- संत-स्मृति: 'मन के हारे हार है, मन के जीते जीत', पढ़िए कबीर जयंती पर विशेषसंत कबीर दास को समाज में नवचेतना के आधार माना जाता है। कबीर दास जी ने कई ऐसी बातें बताई थीं जिन्हें समाज में ज्ञान के रूप में ग्रहण किया जाता है। कबीर के दोहे इस बात का प्रमुख उदाहरण है।... Read more »
- क्रियायोग: अधिक विकसित होगी नई पीढ़ीजिस प्रकार संपूर्ण जीवन का विकास ऊर्ध्वगामी स्वरूप में होता है उसी प्रकार मनुष्यों का विकास भी प्रारंभिक मानवीय प्रतिभाओं से आरंभ होकर विकास की उच्चतर अवस्थाओं तक होता है। आइए पढ़ते हैं कैसे यह नई पीढ़ी अधिक विकसित होगी।... Read more »
- गंगा दशहरा 2023 विशेष: अमृतत्व का प्रवाह है गंगागंगा अत्यंत महनीय एवं अलौकिक नदी है। वह ईश्वरीय द्रव है जिसके अवतरण के लिए राजा भगीरथ और उनके पूर्वजों ने निरंतर कठोर श्रम किया। धरा पर गंगा का अवतरण हमारे पूर्वजों के असीम श्रम साधन का ही परिणाम है।... Read more »
- जीवन दर्शन: क्षमा करें और भूल जाएंजीवन में क्षमा करना बहुत ही महत्वपूर्ण है। कुछ क्षणों में घटित हुई घटना के लिए हम अपने जीवन के तमाम घंटे इस बात में लगा देते हैं लेकिन क्षमा नहीं करते हैं। जिससे कुछ उर्जा बर्बाद होती है।... Read more »
- ज्ञान आलोक: सिख समाज में गुणों का महत्वसिख पंथ के अनुयायियों ने धर्म के साथ ही जीवन का वह ढंग अपनाया जिसका उपदेश गुरु नानक ने दिया था। गुरु नानक गुरु अंगद देव गुरु अमरदास गुरु रामदास गुरु अरजन देव और गुरु तेग बहादुर की वाणी श्री गुरु ग्रंथ साहिब में अंकित है।... Read more »
- राम नाम का अमृत, पढ़िए स्वामी मैथिलीशरण के अनमोल विचारभगवान को स्मरण करना हनमान जी का सहज स्वभाव है। वे रामामृत को पीते हैं जिसमें कभी तृप्ति संभव नहीं है। जो पूर्ण को प्राप्त करके भी बार-बार उसी को प्राप्त करना चाहता है वस्तुत वह पूर्ण भक्ति है जिसका दर्शन हनुमान जी के जीवन में पग-पग पर होता है।... Read more »
- जीवन दर्शन: जीवन का मात्र अनुभव करेंजीवन का अनुभव कर उसके विषय में सीखना सफल जीवन के लिए बहुत जरूरी है। ऐसा करने पर जीवन में कई प्रकार की कठिनाइयां आ सकती हैं। आइए सद्गुरु जी से जानते हैं जीवन में अनुभव का महत्व।... Read more »
- प्रसन्नता बन जाए परमात्माकलिकाल में समस्याओं के समाधान का एक बड़ा साधन और उपाय हरि नाम है। स्वयं भगवान शिव राम नाम जपते हैं। राम परम तत्व हैं। हमारी बहुत सी परेशानियों का कारण हमारा मोह है। मोह रूपी रावण को राम ने मारा था। हमारे भीतर महामोह का महिषासुर बैठा है।... Read more »
- जीवन दर्शन: अपनी भूल को स्वीकार करेंजीवन में सीखने के लिए कई बातें हैं। सुखी और सफल जीवन के लिए व्यक्ति को किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए इसके विषय में भी कई विद्वानों ने शास्त्र व पुराण के माध्यम से बताया है। आइए श्री श्री रविशंकर जी से जानते हैं भूल को स्वीकारने का महत्व।... Read more »
- बुद्ध पूर्णिमा पर विशेष: सरल और जागरूक बनोप्रत्येक वर्ष वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन बुद्ध पूर्णिमा मनाई जाती है। इस दिन को बौद्ध धर्म के अनुयायिओं के साथ-साथ हिन्दू धर्म में भी महत्वपूर्ण माना जाता है। भगवान बुद्ध को विष्णु जी अवतार भी माना जाता है।... Read more »